इस प्रोग्राम की कामयाबी के बाद जेडीयू अब अति पिछड़ों की बड़ी रैली करने जा रही है.
यह आयोजन 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर होगा. इसमें राज्यभर से अति पिछड़ा समाज के लोगों को इकट्ठा किया जाएगा. बोला जा रहा है कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अब अपने वोट बैंक को मजबूत करने में जुटे हैं या फिर विरोधियों के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश में हैं. ऐसे में बीजेपी और जेडीयू दलित और पिछड़े समाज को साधने में जुटी है.बता दें कि जाति आधारित गणना के बाद बिहार की पार्टियों की चुनावी तैयारी का मॉडल बदल गया है. पार्टियां अब हर वर्ग पर फोकस कर रही है. सभी वर्गो को लुभाने की कोशिश की जा रही है. खास कर पिछड़ा और अति पिछड़ा पर सभी की नजर है. इसको लेकर पार्टी खास रणनीति भी बना रही है. महागठबंधन जहां नई आरक्षण व्यवस्था कर पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की अगुवाई करना चाहता है. वहीं, बीजेपी कई महापुरुषों की जयंती प्रोग्राम का आयोजन कर उनसे जुड़े वर्ग को अपने ओर करने में लगी हुई है.