क्लीनिक की डॉक्टर कंचन लता ने मोटी रकम लेने के बाद उसे अपने क्लीनिक में भर्ती कर लिया.
भर्ती के तुरंत बाद कंचन लता जूली को अपने अस्पताल में साफ सफाई करने वाले एक दाई के हवाले कर के कहीं चली गईं. डॉक्टर के वहां से जाने के बाद जूली को तुरंत तेज लेबर पेन हुआ. उसने नॉर्मल डिलीवरी से एक नवजात शिशु को जन्म दिया.
बताया जा रहा है, अस्पताल में साफ-सफाई करने वाली एक महिला के साथ नर्सिंग होम का स्टाफ उपस्थित था. क्लीनिक के स्टाफ ने इस बात की जानकारी तत्काल डॉक्टर कंचन लता को दी. जानकारी मिलते ही डॉक्टर कंचन लता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने क्लीनिक में काम साफ-सफाई का काम करने वाली सुनीता और स्टाफ को बच्चे की डिलीवरी कराने को बोला. उन्होंने वीडियो पर ही बताया कि बच्चा कैसे जन्म लेगा और कैसे बच्चे के नाभि की नस को काटना है. मगर सही जानकारी और अनुभव न होने के वजह से क्लीनिक में काम कर रहे स्टाफ और दाई सुनीता ने बच्चे की नाभि का नस गलत काट दिया.
नस कटते ही नवजात ने तड़पना प्रारंभ कर दिया. कुछ ही मिनट बाद उसकी मृत्यु हो गई. बच्चे की मृत्यु की जानकारी मिलते ही परिवार में तहलका मच गया. मौके पर उपस्थित कुछ लोगों ने इसकी जानकारी दानापुर थाना को दे दी. जानकारी मिलते ही दानापुर थाना पुलिस क्लीनिक में पहुंची. इसके बाद परिजनों की शिकायत के आधार पर क्लीनिक में उपस्थित कर्मचारी रविंद्र कुमार, सुनीता और गीता को गिरफ्तार कर अपने साथ थाने ले गई. नवजात के पिता रवि शंकर ने बताया, 'क्लीनिक की डॉक्टर कंचन लता केवल पैसा लेने के लिए क्लीनिक में आई थीं. डॉक्टर और कर्मचारी के वजह से मेरे बच्चे की जान चली गई. दानापुर थानाध्यक्ष ने बताया, 'पुलिस कार्रवाई में जुटी है. जल्द ही डॉक्टर कंचन लता को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.'