विपक्षी दलों की दिल्ली में हुई चौथी बैठक के बाद एक नई सियासत बिहार में प्रारंभ हो गई है. बीजेपी का दावा है कि सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बड़े निर्णय ले सकते हैं. मंगलवार (20 दिसंबर) को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बयान जारी करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) को लेकर बोला कि लालू से निकटता के चलते नीतीश कुमार उन्हें हटा सकते हैं.सुशील कुमार मोदी ने बोला कि इंडी गठबंधन की चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय सियासत के सारे द्वार बंद हो गए हैं. दूसरे राज्यों की बात तो दूर, बिहार के "किंग मेकर" लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने भी किसी पद के लिए नीतीश कुमार का नाम नहीं प्रस्तावित किया.बीजेपी सांसद ने बोला कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पाने के लिए पटना में अपने पक्ष में पोस्टर लगवाए थे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का नाम आगे बढ़ाकर अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी ने "खेला" कर दिया.
लालू प्रसाद यादव कुछ नहीं कर पाए.
सुशील मोदी ने बोला कि इंडी गठबंधन से झटका खाने के तुरंत बाद जेडीयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक एक साथ बुलाने की घोषणा कर बड़े परिवर्तन का संकेत दिया है. संगठन के अंदर हताशा बढ़ी है. उन्होंने बोला कि जेडीयू में जब भी ऐसी बैठक होती है, राष्ट्रीय अध्यक्ष बदल जाता है. लालू प्रसाद से ललन सिंह की बढ़ती निकटता उन्हें हटाने का आधार हो सकता है. सुशील मोदी ने बोला कि राहुल गांधी की जगह मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित करने से स्पष्ट है कि पद की दावेदारी के माध्यम गठबंधन में वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है.