अब मंत्री बनने के बाद पहली बार कांप की धरती पर आए हैं.
तपेश्वर नाथ मंदिर देखा. मंदिर हमें जागृत लगा. ये समझ लीजिए कि उनका दर्शन करने के लिए ही हमारा प्रोग्राम यहां पर रखा गया.' तेज प्रताप ने बोला कि, हमारे पिताजी लालू प्रसाद यादव ने बोला कि आपका प्रोग्राम है हम जहाज के लिए बोल देते हैं. लंबा वक्त है. फिर पता चला कि प्रोग्राम के लिए जहाज नहीं मिला है. हमें लगता है कि ये आरएसएस-भाजपा का चाल है.तेज प्रताप यादव ने बोला कि, उन लोगों ने इस चीज को पूरी तरीके से अपना लिया है कि जो भी धरती से जुड़ा हुआ है, जो सही में जनता की आवाज होगा उसको पल-पल रोको. ये लोग रोकने का कार्य किए. इन लोगों ने पहले हमारे पिताजी को घेरने का कार्य किया. शुरू से लेकर हमारे पिताजी ने संघर्ष किया. उनकी विचारधारा सामाजिक न्याय की विचारधारा है. उसको जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम लोग निरंतर मेहनत कर रहे हैं. I.N.D.I.A. महागठबंधन बना. पटना में भी अभी महागठबंधन का प्रोग्राम हुआ था. इसे बनाने का मकसद है कि केंद्र की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया जाए. वह दिन प्रतिदिन हावी होता चला जा रहा है.
मंत्री तेज प्रताप ने बोला कि, उन लोगों ने बिहार में रोजगार (Employment In Bihar) देने की बात बोली थी. 20 करोड़ रोजगार देने की बात बोली थी. उसमें से एक भी रोजगार नहीं दिया. I.N.D.I.A. महागठबंधन बना तो हम लोगों ने युवाओं को यहां तक कि यूपी से भी लोगों को रोजगार दिया. सभी लोगों ने टीचर की नौकरी के लिए अप्लाई किया था. हमने सभी लोगों को नौकरी देने का कार्य किया है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार ने, तेजस्वी ने युवाओं को नौकरी देने का कार्य किया है. जो केंद्र सरकार पल-पल बिहार के साथ है वह नहीं चाहता है कि बिहार का विकास हो. उन्होंने मंच से ही केंद्र की भाजपा सरकार पर कई मुद्दों को लेकर आक्रमण बोला.