यही कारण है कि वह खुद त्यागपत्र दे रहे हैं.
उपेंद्र कुशवाहा ने बोला कि ललन सिंह नीतीश कुमार को बड़े-बड़े सपने दिखाए कि आप प्रधानमंत्री बन जाइएगा, लेकिन इंडिया गठबंधन की 4 बैठक हुई और उन्हें कन्वीनर भी नहीं बनाया गया. इससे ललन सिंह हताश हैं और वह इस मामले में फेल हो गए हैं.उपेंद्र कुशवाहा ने बोला कि ललन सिंह ने लालू प्रसाद यादव को भी आश्वासन दिया था कि वह जेडीयू का आरजेडी में विलय करवा देंगे, जिसके उसके बाद तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बन जाएंगे, लेकिन ललन सिंह ने लालू यादव को जो ख्वाब दिखाया था उसमें भी वह फेल हो गए. अब लालू और नीतीश दोनों के मामले में ललन सिंह जब फेल हो गए तो वह अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए त्यागपत्र देने जा रहे हैं.
आरएलजेडी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने आगे बोला कि ललन सिंह के त्यागपत्र के बारे में वह कुछ नहीं जानते. जो जिक्र हो रही है वह उस पर बात कर रहे हैं. बता दें कि 29 दिसंबर को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है. बैठक से पहले ललन सिंह के त्यागपत्र की खबर ने सबको चौंका दिया है. हालांकि जेडीयू कोटे से मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसका खंडन कर दिया है.