ललित झा के परिवार वालों का बोलना है कि उन्होंने टीवी चैनलों पर जब ललित को देखा तो वो चकित रह गए. उन्हें नहीं पता कि वो इन सब कैसे सम्मिलित हो गया.
ललित झा के माता-पिता ने बोला कि वो अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट की शरण में जाएंगे.
उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर को ललित उन्हें दरभंगा आने वाले ट्रेन में बैठाकर लौट गया. वहीं संसद में हुई इस गतिविधि के बारे में आज तक किसी से जिक्र नहीं हुई.
ललित झा के पिता ने बोला कि आप आसपास के लोगों से भी पूछ सकते है मेरा बेटा ऐसा नहीं है. आपको बता दें कि पुलिस ने जो खुलासा किया है उनके अनुकूल, ललित झा संसद में सेंध मामले का मास्टरमाइंड है. निरंतर मामले को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है. आपको बता दें कि ललित झा बिहार के दरभंगा के अलीनगर थाना के रामपुर उदय गांव का रहने वाला है. गांव के ही स्कूल से ललित झा ने 7वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. इसके बाद ललित का दाखिला 2008 में कोलकाता के महेश्वरी स्कूल में कराया गया था. कोलकाता से 5 साल पहले बीए तक की पढ़ाई करने के बाद कोचिंग संस्थान में जाकर भी पढ़ाता था और होम ट्यूशन भी दिया करता था. जिसमें वो 10वीं तक के बच्चों को पढ़ाता था.