जो इंडिया गठबंधन बना है उसके नीतीश कुमार एक महत्वपूर्ण सूत्रधार रहे हैं.
सबको एक प्लेटफॉर्म पर लाए हैं. उन्होंने हमेशा बोला है कि वो किसी भी चीज के दावेदार नहीं हैं.संजय कुमार झा ने आगे बोला कि नीतीश कुमार की चाह है कि जो इंडिया गठबंधन बना है वो अब जल्दी से जल्दी सीट शेयरिंग पर बात कर ले, क्योंकि अब ज्यादा समय नहीं है. उन्होंने बोला कि पटना में जब विपक्षी दलों की पहली बैठक नीतीश कुमार ने की थी तो ऐसे लोग भी साथ आए जो दूसरे के साथ बैठते भी नहीं थे. उन सबको इकट्ठा किया था. मकसद एक ही था कि सब एक मंच पर आएं. नीतीश कुमार सबके पास गए थे. उन्हीं की पहल थी.एक और प्रश्न पर कि जिस तरीके से देश के मौजूदा हालात हैं कि चेहरे के ऊपर ही वोट पड़ रहे हैं तो क्या आपको लगता है कि इंडिया गठबंधन को चेहरा देना पड़ेगा? इस पर संजय झा ने बोला कि ऐसा नहीं है कि चेहरे पर ही वोट पड़ता है. हर चुनाव का अपना तरीका होता है. मीटिंग होगी उसके बाद तय होगा, लेकिन नीतीश कुमार किसी भी पद के लिए सोचकर के नहीं हैं.