मनोज झा ने प्रश्न करते हुए बोला कि किसी दल के आंतरिक मामलों पर मीडिया को इतनी दिलचस्पी क्यों है? अगर ऐसा है तो मैं समझता हूं कि लोकतंत्र बचा रहेगा, लेकिन इतनी दिलचस्पी जेपी नड्डा के भी बदले जाने पर मीडिया को होनी चाहिए. किसी दल के रूप में जेडीयू की कमान नीतीश कुमार ने संभाली यह अच्छी बात है. ललन सिंह भी चाहते थे कि वह कंटिन्यू ना करें.मनोज झा ने बीजेपी और खासकर गिरिराज सिंह पर निशाना साधा.
बोला कि बिहार को लेकर बीजेपी में खासतौर पर बेचैनी है.
एयरपोर्ट पर पत्रकारों से ही मनोज झा ने बोला कि पीछे से गिरिराज सिंह भी आ रहे हैं, उनसे पूछ लीजिएगा, वह बताएंगे झटका क्या है और हलाल क्या है. पाकिस्तान किसको भेजा जाए.वहीं दूसरी तरफ आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने देवी देवताओं को लेकर फिर विवादित बयान दिया है. इस पर मनोज झा ने बोला, "एक अभिव्यक्ति की आजादी है, क्या बोला जाए. हालांकि हर बात को बोलने का दायरा बना हुआ है, लेकिन मैं चिंतित हूं इस बात को लेकर कि अगर आप लोग (मीडिया) के सामने कबीर भी आ जाए तो उनके सामने यह माइक लगाकर आप पूछेंगे कि यह क्या बोल रहे हो". सीट शेयरिंग को लेकर बोला कि जैसे ही होगा मैं कागज लेकर आपके (मीडिया) सामने आ जाऊंगा.