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मैकेनिकल इंजीनियर ने पिता से पैसों के लिए रची खुद के किडनैप की साजिश, जानें पूरी घटना


संवाद 


बिहार (Bihar) के नवादा (Nawada) नगर थाने की पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर फिरौती के लिए मैकेनिकल इंजीनियर के अपहरण मामले का पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस के मुताबिक, इंजीनियर ने ही दोस्तों के साथ मिलकर खुद अपने किडनैप की साजिश रची थी. पुलिस ने खुलासे के बाद अपहरण की झूठी साजिश रचने के इल्जाम में इंजीनियर समेत 4 लोगों को गुरुवार की देर शाम नवादा शहर से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दोषियों में मैकेनिकल इंजीनियर मो. अराफात आलम, उर्फ सोनू, बिपिन कुमार, विजय कुमार और मणिकांत सम्मिलित हैं. एसपी अम्बरीष राहुल द्वारा गठित विशेष टीम ने नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में इस मामले की जांच करने वाले एसआई अबु जर हुसैन ने अन्य तकनीकी सहायता से मामले का पर्दाफाश कर चारों को गिरफ्तार कर लिया. इंजीनियर अराफात समेत सभी दोषियों ने पूछताछ में पुलिस के समक्ष अपराध स्वीकार लिया. 

इंजीनियर के मुताबिक उसने 2022 में कोलकाता से मैकेनिकल में बीटेक किया था.

इंजीनियर के अनुसार, उसने कुछ दिनों तक बिरला ग्रुप में कार्य किया, लेकिन कुछ दिनों से उसने काम छोड़ दिया था और अच्छी नौकरी की तलाश में था. इस क्रम में उसे ड्रीम इलेवन पर टीम बनाने (एक प्रकार का ऑनलाइन जुए) की लत लग गई. फिर वह उसमें करीब ढाई लाख रुपये हार गया. ये रुपये उसने गांव में ही कुछ लोगों से उधार ले रखे थे. गांव वाले निरंतर कुछ दिनों से रुपया वापस करने का दबाव बना रहे थे. इसके लिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिता से 5 लाख रुपये लेने के लिए खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची.पूर्व नियोजित साजिश के तहत अराफात ने इंटरव्यू देने के नाम पर अपने एक दोस्त के साथ कोलकाता जाने के लिए भलुआही बाजार से 2 नवंबर को मीनाश्री नामक बस पकड़ी. इसके बाद दोनों दोस्त नवादा में बस से उतर गए और एक अपाचे बाइक से बिपिन, विजय के साथ तपोवन चले गए. वहीं से अपने मोबाइल से अराफात ने पिता को फोन किया और बोला कि कुछ लोगों ने उसका सद्भावना चौक से एक स्कॉर्पियो से अपहरण कर लिया है और वो उसकी रिहाई के लिए 5 लाख मांग रहे हैं. रुपये नहीं देने पर उसकी कत्ल की धमकी दी जा रही है. इस बात से घबराए उसके पिता ने तत्काल नगर थाने की पुलिस का सहारा लिया. इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई. इस बीच रात्रि में अराफात समेत तीनों दोस्त तपोवन कुंड पर रहे. पुलिस में मामला जाने की जानकारी मिलने पर अराफात और उसके दोस्त डर गए. अराफात के मुताबिक, उसे अपनी गलती का अहसास हो गया. इसके बाद दोनों दोस्त 3 नवंबर की सुबह बाइक से अपने घर वापस लौट गए.
अराफात बस से वजीरगंज बाईपास में उतर गया और पिता को फोन कर घटना की सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस ने उसे बाईपास से बरामद कर लिया. इस मामले में अराफात के पिता के बयान पर 2 नवंबर को नगर थाना में केस दर्ज है.

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