इसके बाद दिल्ली के सीएम ने भी अपनी सहमति जता दी.
नीतीश कुमार ने कभी इच्छा जाहिर नहीं की लेकिन जेडीयू के नेता निरंतर यह बोल रहे हैं कि नीतीश से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता है. नीतीश कुमार सर्वगुण संपन्न हैं.नीतीश कुमार ने कई बार चौंकाने वाले निर्णय लिए हैं. एक बार फिर इसकी जिक्र हो रही है. चर्चा इसलिए क्योंकि जेडीयू ने 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. पहले सिर्फ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई थी लेकिन अब दूसरी तरफ राष्ट्रीय परिषद की भी बैठक बुला ली गई है. इन दोनों बैठकों से प्रश्न उठ रहे हैं कि क्या नीतीश कुमार फिर कुछ बड़ा करने वाले हैं?
29 दिसंबर की बैठक पहले से तय थी, लेकिन कल (मंगलवार) ही राष्ट्रीय परिषद की भी बैठक बुला ली गई. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस समय 99 सदस्य हैं जबकि राष्ट्रीय परिषद में दो सौ सदस्य हैं. नीतीश कुमार को संयोजक बनाने और पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग पार्टी की ओर से कई बार की गई थी. हालांकि नीतीश खुद मना करते रहे हैं. अब नीतीश ने जल्द ही सीटों के बंटवारे को लेकर निर्णय लिए जाने की मांग की है. 29 तारीख को सुबह पार्टी पदाधिकारी की बैठक के ठीक बाद कार्यकारिणी की बैठक होगी. दोपहर बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी. ऐसे में देखना होगा कि इन दोनों बैठकों के बाद पार्टी की तरफ से क्या फैसले लिए जाते हैं.