वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस 'डोनेट फॉर देश' के नाम से जो अभियान चला रही है उस पर चिराग पासवान ने प्रश्न उठाए. चिराग पासवान ने इसको लेकर बोला कि अपने निजी कार्य के लिए और चुनाव लड़ने के लिए जो पैसे जुटाए जा रहे हैं उसके लिए देश के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसको स्वीकार नहीं किया जा सकता.
बता दें कि चिराग पासवान ने सीएम नीतीश की पार्टी में टूट का यह दावा कोई पहली बार नहीं किया है.
इसके पहले भी वो इस प्रकार की बात कई बार बोल चुके हैं.
अभी पिछले ही महीने नवंबर में चिराग पासवान ने यही बात बोली थी. चिराग ने बोला था कि खरमास के बाद जेडीयू में बड़ी टूट होगी. कोई नाम लेने वाला नहीं बचेगा. एक बार फिर चिराग ने इस तरह के बयान को दोहराया है.गौरतलब हो कि चिराग पासवान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी आक्रमण करते रहते हैं. वाराणसी में 24 दिसंबर को नीतीश कुमार की रैली टल गई. हालांकि इसको लेकर भी चिराग ने नीतीश कुमार के विकास मॉडल पर प्रश्न किया था. नीतीश कुमार से पूछा था कि वाराणसी जब लोगों के बीच जाएंगे तो कौन सा मॉडल लेकर जाएंगे? अब जब 19 दिसंबर को दिल्ली में इंडी गठबंधन की चौथी बैठक होने वाली है तो एक बार फिर से जुबानी आक्रमण तेज हो गए हैं.