मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिहार के लिए केंद्र से स्पेशल राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. रविवार (10 दिसंबर) को पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की हुई 26वीं बैठक में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के सामने इस पर मुद्दा उठाया. इसको लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने सोमवार (11 दिसंबर) को पीएम मोदी से जोड़कर प्रश्न उठाते हुए ताना कसा है.स्पेशल दर्जे की मांग पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बोला कि नीतीश कुमार जब नरेंद्र मोदी के साथ थे तो एक बार गलती से भी उनके मुंह से विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की बात नहीं निकली, तब संसद में खड़े होकर जेडीयू के नेता नरेंद्र मोदी को महामानव बता रहे थे. जैसे ही महागठबंधन में आए वैसे ही नीतीश कुमार की अंतरात्मा परिवर्तित हो गई और उनको विशेष राज्य का दर्जा दिखने लगा. अगर फिर से बीजेपी में चले गए तो बोलेंगे कि अरे भाई! छोड़िए न विशेष राज्य का दर्जा कोई मुद्दा है.
किसी को कुछ समझ आता है.
अगर आपको ही सब समझ में आता है तो आप ही सुधार दीजिए.प्रशांत किशोर ने बोला कि जिस आदमी को कुछ भी समझ नहीं आता है, तो उसको पूरी दुनिया मूर्ख दिखती है, इसलिए नीतीश कुमार को सब लोग मूर्ख दिखते हैं, क्योंकि उनकी अपनी समझ नहीं रह गई है. नीतीश कुमार की उम्र हो गई है, 75 वर्ष से ज्यादा की उनकी आयु हो गई है.
प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि नीतीश कुमार क्या बोलते हैं, उनको खुद नहीं पता है. विधानसभा में खड़े होकर उन्होंने जो वक्तव्य दिया उसके बाद पूरे देश में हंसी के पात्र बन गए. उनकी राजनीतिक जमीन खिसक गई है. उनको ये तो समझ है, इसलिए उलूल-जुलूल बोलते रहते हैं.