मेरे मना करने पर मेरे परिवार वाले बॉक्सिंग दस्ताने पहनकर मेरे साथ डब्ल्यूडब्ल्यूएफ खेलने के लिए तैयार हो गए.
'बिहार में आरजेडी ,जेडीयू, कांग्रेस, वाम दल के गठबंधन से सरकार बनी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन के मुखिया हैं लेकिन सुनील सिंह नीतीश कुमार पर लगातार आक्रमण करते रहे हैं. चाहे बढ़े हुए आरक्षण में श्रेय लेने का मामला हो, महिलाओं पर सीएम नीतीश के बयान के मुद्दा हो. सुनील सिंह ने आज नया नहीं कुछ लिखा है. इससे पहले छठ के पारण के दिन 20 नवंबर को सुनील सिंह ने फेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर डाला था, जिसमें उनकी पत्नी छठ करके अपने पति का आशीर्वाद ले रही हैं. उस फोटो पर भी उन्होंने लिखकर नीतीश कुमार पर आक्रमण बोला था. उस फोटो में उन्होंने लिखा था कि 'देखिए मित्रों बिहार की सभ्यता, संस्कृति और संस्कार जिसके लिए बिहार सदियों से जानी जाती है. वो संस्कार नहीं जो कुछ दिन पूर्व घटित घटना के फलस्वरूप पूरे बिहारियों को हंसी का पात्र बनाते हुए पूरे देश में शर्मसार कर दिया'.सुनील सिंह द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निरंतर हमले किए जाने पर बीजेपी को भी बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है और सुनील सिंह को इशारों इशारों में बीजेपी में आने का ऑफर भी दे दिया है. बीजेपी के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने बोलाा है कि समय बहुत बलवान है. देर से ही सही सुनील सिंह समय पर समझ गए हैं. पूरा देश नमो नमो कर रहा है. सुनील सिंह आप कब तक लालटेन घूमाते रहिएगा. इसकी रोशनी मध्यम हो चुकी है. लालटेन का तेल समाप्त हो गया है. किसी भी वक्त इसकी लौ बुझ जाएगी. लालटेन बुझने के कगार पर है. आगे उन्होंने बोला कि मान सम्मान अपनी जगह है. परिवारिक संस्कार अपनी जगह पर है. आपने पिक्चर हटाकर अपनी इच्छा प्रकट कर दिया है. बॉक्सिंग खेलने का जमाना चला गया है नए जमाने के साथ चलिए इसी में आपका कल्याण होगा.