श्रवण कुमार ने मीडिया को बयान देते हुए बोला कि जाति, धर्म और भाषा के नाम पर आम जनमानस में वैमनस्यता बढ़ाने वाला यह बयान है. उन्होंने बोला कि डीएमके नेता जो बात बोल रहे हैं वो सरासर गलत है. उसमें कोई दम नहीं है. दो टूक में जवाब देते हुए बोला कि बिहार का आदमी बोझ नहीं बनता है, बल्कि बोझ उठाता है.
जहां-जहां बिहारी जाता है वहां का विकास और तरक्की बढ़ जाता है.
आगे अपने बयान में श्रवण कुमार ने बोला कि डीएमके नेता इस तरह का बयान देकर बिहारियों का तिरस्कार कर रहे हैं. इसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बता दें कि डीएमके सांसद दयानिधि मारन का एक बयान खूब वायरल हो रहा है जिसमें वो बोल रहे हैं कि यूपी और बिहार से आने वाले हिंदी भाषी लोग सड़कों और शौचालयों की सफाई करने का काम करते हैं.
वहीं दूसरी तरफ सीवान में हुई एआईएमआईएम के नेता आरिफ जमाल की गोली मारकर कत्ल करने पर बीजेपी बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर प्रश्न उठा रही है. इस पर श्रवण कुमार ने बोला कि बीजेपी अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए कुछ-कुछ बोलती रहती है. यूपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बोला कि वहां क्या हो रहा है यह किसी को नहीं दिख रहा है. हमारे मुख्यमंत्री ने कभी नहीं बोला कि बिहार में क्राइम बंद हो गया है. घटनाएं और दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन बिहार में वारदात को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जा रहा है. सबसे ज्यादा क्राइम बीजेपी शासित प्रदेश में हो रहा है.