टीएमसी (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है. इसको लेकर शुक्रवार (08 दिसंबर) को लोकसभा में बहस भी हुई. बहस के क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) के सांसद गिरधारी यादव (Giridhari Yadav) ने ऐसा कुछ बोला कि इस पर सियासी हंगामा मच गया है. एलजेपी रामविलास ने नीतीश कुमार का नाम लेते हुए गिरधारी यादव पर ताना कसा है.एलजेपी ने अपने एक्स हैंडल से शुक्रवार को पोस्ट करते हुए लिखा- "सांसद श्री गिरधारी यादव जी ने महुआ मोइत्रा की बर्खास्तगी के मामले पर सदन की पटल पर बोला- तीन बार से सांसद रहा हूं, लेकिन आज तक कभी सदन में पूछे गए किसी भी प्रश्न को खुद नहीं तैयार किया, मेरा पीए करता है, मेरा स्टाफ करता है. पोर्टल खोलना आता ही नहीं है. कंप्यूटर चलाना नहीं आता है. आईडी पासवर्ड सब मेरे पीए के पास है. मुख्यमंत्री जी, आपके सांसद भी आपकी ही तरह गजब है."दरअसल शुक्रवार को जेडीयू सांसद गिरधारी यादव लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के सामने अपनी बात रख रहे थे. उन्होंने बोला, "मैं कभी अपना सवाल नहीं बनाता हूं. बहुत सारे सांसद नहीं बनाते हैं. मेरा सवाल मेरा पीए या दूसरा स्टाफ बनाता है. मैं नहीं करता क्योंकि मुझे आता ही नहीं है. इसलिए डर से मैंने इस बार लोकसभा में कोई सवाल नहीं किया."आगे बोला, "हमको तो कंप्यूटर चलाना भी नहीं आता है.
अब बूढ़ा होने के बाद क्या हम सीख सकते हैं.
इस संसद में उपस्थित बहुत लोगों को प्रश्न करना नहीं आता है. लोकतंत्र में डराया गया है. नहीं जानते हैं तो नहीं जानते हैं... हम लोग भी पढ़े लिखे हैं. बहुत तेज होंगे जो 2 घंटे में पढ़ लेते होंगे."इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें बीच में रोका और बोला, "आपके विरुद्ध इस विषय को लेकर गंभीर कार्रवाई हो सकती है. आप ऑन रिकॉर्ड बोल रहे हैं." बता दें कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में पैसे लेकर प्रश्न पूछने का इल्जाम लगाया था. बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी द्वारा इसके लिए पैसे देने की बात बोली थी. आरोपों की शिकायत संसद की एथिक्स कमेटी को भेजी गई. कमेटी ने जांच के बाद इन आरोपों को सही ठहराया था. और बता दे कि इसके बाद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द की गई है.