बिहार में महागठबंधन के बीच सीट शेयरिंग का मसला कैसे सुलझेगा इसको लेकर सभी दलों में टेंशन है. जेडीयू ने 17 सीटों पर दावा ठोक दिया है तो वहीं बाकी दल भी अपने-अपने अनुकूल डिमांड कर रहे हैं. इन सबके बीच जेडीयू का बोलना है कि निर्णय आरजेडी को करना है. अब सीटों के बंटवारे को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.शुक्रवार (12 जनवरी) को पत्रकारों से बातचीत में सीट शेयरिंग को लेकर पूछे गए प्रश्न पर तेजस्वी यादव गुस्सा गए. बोला, "आप बात ही नहीं करने आए हमसे. आप बात कीजिएगा?" एक और प्रश्न पर कि जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी ने एक ट्वीट किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस तरफ रहते हैं उस ओर का पलड़ा भारी होता है. 17 सीटों पर दावा कर रहे हैं. इस पर तेजस्वी ने बोला कि सीट शेयरिंग का मसला जो भी हो चाहे वह कोई भी दल हो पत्रकारों को तो नहीं बताता है तो हम क्यों बताएं.महागठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर तेजस्वी यादव ने बोला, "यह सब अंदर की बात होती है. सीट तो बंटबे न करेगा." मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बिहार आ रहे हैं,
यादव समाज को एक तरफ करने की बीजेपी कोशिश कर रही है
इस पर तेजस्वी यादव ने बोला कि देश में सबको हक है और कोई कहीं भी आ सकता है जा सकता है. आने जाने में क्या दिक्कत है.गांधी मैदान में 13 जनवरी को शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा. इसको लेकर तेजस्वी यादव ने बोला कि हम लोगों ने जो वादा किया है उसको पूरा कर रहे हैं. इससे पहले भी करीब 1 लाख 20 हजार शिक्षकों को नीतीश कुमार के नेतृत्व में नियुक्ति पत्र का वितरण किया था. जो लोग बोला करते थे कि नियोजित शिक्षकों का भगवान भी आ जाएं तो कुछ नहीं होगा. तो महागठबंधन की सरकार ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में उन सभी शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया है. एक बार फिर कल (13 जनवरी) बड़ा प्रोग्राम है. बिहार ऐसा पहला राज्य है, किसी को दिखे या नहीं दिखे हम लोगों को फर्क नहीं पड़ता है. हमलोगों की ख्वाहिश है कि जनता को इसका फायदा मिले.