बिहार के अलावा अन्य राज्यों में कई सीटों पर चुनाव होंगे. आंध्र प्रदेश में तीन, छत्तीसगढ़ में एक, गुजरात में चार, हरियाणा में एक, हिमाचल प्रदेश में एक, कर्नाटक में चार, मध्य प्रदेश में पांच, महाराष्ट्र में छह, तेलंगाना में तीन, उत्तर प्रदेश में 10, उत्तराखंड में एक, पश्चिम बंगाल में पांच, ओडिशा में तीन और राजस्थान में तीन सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.बता दें कि बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं.
नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है
और अब वह एनडीए के साथ हैं. ऐसे में अब राज्यसभा भेजे जाने वाले प्रत्याशियों के नामों पर भी मंथन प्रारंभ हो गया है. इस बीच राजनीतिक जानकार संतोष कुमार ने बोला कि इन छह राज्यसभा सांसदों में से पांच सांसद महागठबंधन के थे और एक बीजेपी से थे. अब बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल जाने के बाद इसका फायदा एनडीए को होगा. महागठबंधन से तीन और एनडीए से तीन राज्यसभा सांसद बनेंगे. इसका चुनाव विधायक करते हैं. एक को 40 वोट चाहिए. महागठबंधन और एनडीए के विधायकों को जोड़ा जाए तो इनकी संख्या करीब आधे-आधे के बराबर है.