इसके मुताबिक, ईबीसी 36 प्रतिशत हैं जबकि ओबीसी राज्य की कुल आबादी का 27 प्रतिशत हैं.
ईबीसी की गिनती में कई मुस्लिम जातियां भी सम्मिलित हैं. जातियों में सबसे अधिक यादव हैं और उनकी आबादी 14.26 प्रतिशत है.नीतीश कुमार और लालू प्रसाद भी लंबे वक्त से ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग करते रहे हैं. कर्पूरी ठाकुर के प्रशंसक नीतीश कुमार के लिए माना जाता है कि उन्होंने ईबीसी और गैर-यादव अन्य पिछड़ा वर्ग के एक बड़े हिस्से का गठबंधन बनाकर राजनीतिक कामयाबी अर्जित की है. कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर को राज्यसभा का सदस्य बनाया जाना भी उनकी इसी रणनीति का हिस्सा रहा है.
बिहार के सियासत के जानकार मानते हैं कि हाल के वर्षों में नीतीश कुमार के राजनीतिक ग्राफ में गिरावट देखी गई है और इसीलिए बीजेपी विभिन्न उपायों के माध्यम से उनके वोट बैंक को साधने का प्रयास कर रही है. उनके अनुकूल, पिछड़े कोइरी समाज से आने वाले नेता सम्राट चौधरी को इसी रणनीति के एक हिस्से के रूप में बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. बीजेपी का मानना है कि ठाकुर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने से उसके अभियान को और गति मिलेगी.