हथियार के बल पर रंगदारी मांगी जा रही है,
जिसके बाद उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई. इधर, एफआईआर होने की जानकारी पर शुक्रवार को दोबारा कुछ लोग बालू घाट पहुंचे और उपद्रव मचाना प्रारंभ कर दिया.इसकी जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस के पदाधिकारियों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया और पथराव प्रारंभ कर दिया गया. इसके बाद बालू घाट पूरी तरह रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. आक्रमण में थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए. बहरहाल, घटना को लेकर तनाव व्याप्त हो गया है. पुलिस सूत्रों से मिली सूचना के अनुकूल, दो लोगों को पकड़ा गया है. वहीं जिला पार्षद का बोलना है कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है.
वहीं लोगों के बीच जिक्र है कि बालू घाट पूर्व विधायक के समर्थक का है और आरोपित जिला पार्षद वर्तमान विधायक के समर्थक हैं. ऐसे में मामला पूरी तरह हाईप्रोफाइल बन गया है. इस मामले में रजौली एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि खनन विभाग के अधिकारी मुकेश कुमार बालू घाट पर पहुंचे थे. ग्रामीणों का बोलना था कि बगैर टेंडर घाट से बालू खनन किया जा रहा है. जिसके आलोक में खनन विभाग के अधिकारी मुकेश ग्रामीणों को बता रहे थे कि बालू घाट का टेंडर हो गया है, लेकिन कुछ लोगों ने खनन में लगे पोकलेन को क्षतिग्रस्त कर दिया. रजौली एसडीपीओ ने बताया कि इसकी जानकारी पर पुलिस वहां पहुंची थी. लोगों को समझाने का प्रयत्न किया जा रहा था. तभी उग्र लोगों ने पुलिस पर आक्रमण कर दिया. इसमें थानाध्यक्ष समेत अन्य जख्मी हो गए. इसे लेकर खनन विभाग और पुलिस की ओर से 2 अलग अलग एफआईआर दर्ज की जा रही हैं. इसके बाद उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जाएगा.