साल की 12 संक्रांतियों में से मकर संक्रांति का सबसे ज्यादा महत्व है क्योंकि इस दिन सूर्य देव मकर राशि में आते हैं और इसके साथ देवताओं का दिन शुरु हो जाता है। इसलिए मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान और पूजन का बड़ा ही महत्व है। लेकिन इन सबसे ज्यादा महत्व है सूर्य देव का अपने पुत्र शनि के घर में आना। इस साल मकर संक्रांति पर कुछ ऐसा संयोग बना है जिससे सूर्य और शनि दोनों को एक साथ खुश किया जा सकता है और यह ऐसा संयोग है जो कई वर्षों के बाद बना है।दरअसल इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को है क्योंकि इस दिन सूर्य देव सुबह 7 बजकर 38 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। संयोग की बात है कि इस दिन शनिवार का दिन है। शनिवार के दिन मकर संक्रांति का होना एक दुर्लभ संयोग है।
वर्षों बाद मकर संक्रांति पर बना बेहद शुभ संयोग, शनि शांति के लिए करें यह 5 काम
(1) काले कपड़े का दान करें।
(2)सरसो तेल में मीठी पूड़ियां तलकर कुत्ते को खिलाएं।
(3)काले तिल का दान करें और खुद को भी तिल से बनी कुछ चीजें खाएं।
(4)मकर संक्रांति के दिन उड़द दाल में खिचड़ी बनाकर दान करें और स्वयं भी भोजन करें।
(5)इस मकर संक्रांति के अवसर पर किसी जरुरतमंद को काले कंबल का दान बहुत ही शुभ फलदायी होगा और शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने में सहायक रहेगा।