उन्होंने बोला कि आज नीतीश कुमार के कारण से बिहारवासी शर्मिंदा हैं.
उन्होंने बोला कि उनके मन यह छुपा हुआ था कि इन्हें ही दूल्हा (प्रधानमंत्री उम्मीदवार) बनाया जाए लेकिन खुलकर नहीं बोल रहे थे. दूल्हा नहीं बनाया गया तो अप्रसन्न हो गए. बोला कि नीतीश कुमार के एनडीए में सम्मिलित होने से बिहार का नुकसान हुआ है.अख्तरुल ईमान ने आरजेडी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा. बोला कि हम लोग शुरू दिन से सांप्रदायिक शक्तियों का विरोध करते हैं. हम लोग चाहते हैं न्याय पर आधारित समाजवादी विचारधारा के साथ धर्मनिरपेक्षता का दामन पकड़े हुए जो लोग आगे बढ़ेंगे हम लोग उनके साथ हैं. जिन लोगों ने हमारी पार्टी तोड़ दी थी मैं उसका भी सहन कर सकता हूं. प्रश्न यह पैदा होता है कि देश हित में, जनहित में, राष्ट्रहित में साम्प्रदायिकता कहीं से मुनासिब नहीं है. इसको रोकना चाहिए और धन्य हैं वे लोग जो इस कार्य को रोक रहे हैं.
अख्तरुल ईमान ने बोला कि अगर कोई साथ ना भी देता है तो हम अकेला चलो से काम करते हैं. अकेले भी हम लोग हिम्मत रखते हैं और चल रहे हैं. इंडिया गठबंधन में एआईएमआईएम के सम्मिलित होने पर अख्तरुल ईमान ने बोला कि हम लोगों ने तो खुलकर बोला था लेकिन प्रश्न यह पैदा होता है कि यह लोग कसमें खा लिए हैं कि माइनॉरिटी के किसी लीडरशिप को हम उभरने नहीं देंगे.