इस बार अंग्रेजी वर्ष 2024 का आगमन सोमवार मघा नक्षत्र आयुष्मान योग चन्द्रमा की सिंह राशि मे हुआ है। वहीं हिंदी नववर्ष विक्रम संवत्त 2081 का आगमन 09 अप्रेल 2024 को होगा,और यह पिंगल नामक संवतसर होगा राजा का महत्वपूर्ण पद मंगल को मिला है तथा मंत्री पद शनि देव को मिला है।
कई लोगो के मन मे जिज्ञासा होगी कि 2024 मे भारत और विश्व मे क्या हो सकती है। स्टेशन चौक स्थित हनुमान प्रेम मंदिर के पुजारी पंडित पंकज झा शास्त्री ने कहा कि ज्योतिषीय आकलन से देखे तो 2024 मे धार्मिक व संप्रदाईक उपद्रव से आतंक मे वृद्धि होगी शाशकों मे आपसी कलह होकर मंत्री मंडल मे विवाद और हंगामा बार बार होगा।
विश्व के पश्चिम भाग मे रोग वृद्धि। केंद्र मे शाशक नीति की सफलता का देश मे सम्मान बढ़ेगा।
बम विस्फोट,यान दुर्घटना प्रकृति प्रकोप से जन धन की हानि होगी।विभिन्न देशो मे राजनैतिक सम्बन्ध विगर सकता है।
देश की सीमाओं पर शांति को भंग करने बाले देश से भारत को खुद निपटना होगा,प्रधान शाशक की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। चिन ,बंगला देश,पाकिस्तान के गतिविधि पर ध्यान रखना होगा।मुस्लिम राष्ट्र से भयावह युद्ध की सामाचार मिलेगी।
पूर्वी गोलार्द्ध मे युद्ध का भय बनेगा। तूफान,भूकंप या भुसखलन हो सकती है। बिहार मे भयंकर बाढ की स्थिति और भारत के कुछ प्रांतो मे सुखा रहेगा। भारत नये नये कायदे कानून बनाने की प्रेरणा देगा। देश मे उद्धोग प्रगति पर होगा। बिपक्ष द्वारा काफी सोर सरावे के वावजूद सत्ता पक्ष मजबूती से अपना दबदवा बनाये रखेगा। अग्निकाण्ड तूफान, दुर्घटना,भूकंप,भुसखलन जैसी घटनाओं मे वृद्धि हो सकती है। आतंकवाद और उग्र आंदोलन मे वृद्धि का संकेत है। देश के प्रधान की कार्य कुशलता विश्व विश्व मे सम्मान दिलाएगा
वैसे हर घटना एक नया बदलाव लाती है अतः सकारात्मक विचार के साथ सभी को आगे बढ़ना चाहिए।