लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते है.
जब जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का देहावसान हो गया तब हमलोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर को आगे बढ़ाया. उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया, सांसद बनाया. आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं, लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया और उन्हीं से सीख लेते हुए हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया.आगे मुख्यमंत्री ने बोला कि देश में पहली बार पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग को जोड़कर आरक्षण दिया गया. जननायक कर्पूरी ठाकुर ने ही पहली बार साल 1978 में पिछड़ा वर्ग को 8 प्रतिशत और अति पिछड़ा वर्ग को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया. अति पिछड़ा वर्ग ज्यादा गरीब है और उनकी संख्या भी ज्यादा है. जननायक के कामों को हमें हमेशा याद रखना है. हमलोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव आंबेडकर, लोक नायक जयप्रकाश नारायण और जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों पर चलनेवाले लोग हैं. हमको अवसर मिला तो हमने उन्हीं लोगों के कामों को आगे बढ़ाया है.