महागठबंधन में नीतीश कुमार चुनाव लड़ेंगे तो जेडीयू को पांच सीटें भी नहीं आएंगी.
इसलिए भगदड़ होनी ही है, अब भगदड़ में नेता भागते हैं या उसमें नीतीश कुमार भाग जाते हैं इसका कोई भरोसा नहीं है. बिहार में महागठबंधन की स्थिति बदलेगी, लोकसभा में ये लोग हारेंगे फिर भागना, तोड़ना प्रारंभ हो जाएगा.''प्रशांत किशोर ने बोला कि नीतीश कुमार को स्वयं नहीं मालूम कि वे कहां रहेंगे. जो आदमी जीवन में राजनीति के अंतिम दौर में पहुंच गया है, हर नजरिए से सामाजिक-राजनीतिक तौर पर भी नीतीश कुमार का अंतिम दौर चल रहा है. अब छटपटाहट में कभी दाएं, कभी बाएं कर रहे हैं उससे कुछ होने वाला नहीं है. प्रशांत किशोर ने बोला कि नीतीश कुमार की घबराहट बिल्कुल दिख रही है, ऊपर से कुछ भी कहें. जनता ने उनका साथ छोड़ दिया है, बिहार में जेडीयू को वोट देने वाला कौन बचा है. लोकसभा से पहले हाथ-पैर मारकर कोई रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन अगर लोकसभा से पहले नहीं भी गए तो ये आप लिखकर रखिए कि महागठबंधन की हालत बदलेगी ही बदलेगी.