शायद आपको पता नहीं है कि नीतीश कुमार जी, कभी किसी के दबाव में कार्य नहीं करते हैं.
जाति आधारित गणना, नीतीश कुमार जी का निश्चय था और यह मुद्दा नीतीश कुमार जी ने स्वर्गीय वीपी सिंह जी के प्रधानमंत्रित्व काल में भी उठाया था, जब आपका राजनीतिक उदय भी नहीं हुआ था."आगे ललन सिंह ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए बोला, "आपकी तो हालत यह है कि बेंगलुरु और मुंबई की बैठक में जब जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से प्रस्ताव पास करने को बोला गया, तब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने इसका विरोध किया और आपने मौन रहकर उनका समर्थन किया."
जेडीयू सांसद और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बोला कि देश की सियासत में कुछ पाने के लिए असत्य कथन का सहारा मत लीजिए. यही वजह है कि आपकी कांग्रेस पार्टी दिनों-दिन सिकुड़ती जा रही है. अगर असत्य का सहारा लीजिएगा तो प्रधानमंत्री बनने का आपका ख्वाब कभी पूरा नहीं हो पाएगा. एक बात और, आप 'पप्पू' हैं, 'पप्पू' ही रहेंगे और अपनी 'चुटकुलेबाजी' से देश का 'मनोरंजन' करते रहेंगे.