जिसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है.
500 बेड वाले इस मेडिकल कॉलेज में 100 छात्र-छात्राओं के लिए एमबीबीएस की पढ़ाई का इंतजाम है. इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के लिए अलग अलग हॉस्टल, डॉक्टरों व स्टॉफ के लिए क्वार्टर की व्यवस्था भी की गई है. इसके अलावा ओपीडी के साथ-साथ आइसीयू, लेबर रूम, ब्लड बैंक, अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर, एक्स-रे जांच एवं पैथोलॉजी जांच आदि की व्यवस्था भी प्रारंभ की गई है. अस्पताल में अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर भी बनाया गया है. अस्पताल उद्घाटन के साथ ही ओपीडी, जनरल चिकित्सा विभाग, शल्य चिकित्सा विभाग, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, नेत्र विभाग, शिशु रोग विभाग काम करने लगेगा. इसको लेकर अस्पताल में 23 डॉक्टर, 24 मेडिकल कर्मी, 22 जीएनएम, 20 परिचारिका की नियुक्ति की गई है.मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उदघाटन को लेकर नरघोघी में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. पूरे नरघोघी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. जगह-जगह दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी. दरभंगा के डीआईजी बाबूराम, समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी स्वंय सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रख रहे थे. वहीं, जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह उद्घाटन समारोह की मॉनिटरिंग कर रहे थे. प्रोग्राम में विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री सह उजियारपुर सांसद नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री सह स्थानीय विधायक विजय कुमार चौधरी सहित कई नेता और अधिकारी उपस्थित रहे.