बिहार की 40 लोकसभा सीटों का बंटवारा महागठबंधन के बीच कैसे होगा इसको लेकर अभी तक पिक्चर साफ नहीं हो की है. जेडीयू अपनी सीटिंग सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है और आरजेडी के सामने चुनौती है कि कांग्रेस समेत अन्य दलों को कैसे पार्टी समझाए. इन सबके बीच सीट शेयरिंग में हो रही देरी पर जेडीयू की तरफ से बड़ा वर्णन सामने आया है. मंगलवार (09 जनवरी) को एबीपी न्यूज़ से वार्तालाप में मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने बोला कि सीटों बंटवारे में अब देर नहीं होना चाहिए, नहीं तो गठबंधन को नुकसान हो सकता है.विजय कुमार चौधरी ने बोला कि जेडीयू कोई बात अचानक नहीं बोलती. जेडीयू का शुरू से मानना है कि लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा जल्द इंडिया गठबंधन में होना चाहिए. 2019 में लोकसभा चुनाव में 17 सीटों पर जेडीयू लड़ी थी. 16 जीती थी. जून में इंडिया गठबंधन की नींव पड़ी थी.
नीतीश के वजह से ही इंडिया गठबंधन बना.
सीट बंटवारा जल्द हो, मिलकर सब लोग इसपर फैसला करें.जेडीयू मंत्री ने बोला कि आरजेडी का कांग्रेस, वाम दलों से पहले से गठबंधन है. आरजेडी से जेडीयू ने गठबंधन किया था. उससे पहले से कांग्रेस, वाम दल आरजेडी के साथ थे. आरजेडी और कांग्रेस नेताओं की दिल्ली में सीट बंटवारे पर बातचीत हुई है. मीटिंग हुई थी. अच्छा है कि मीटिंग की शुरुआत तो हुई, लेकिन जितनी जल्दी हो सीटों का बंटवारा हो जाए तो अच्छा है.बता दें कि जेडीयू के अभी 16 सांसद हैं. इन सीटों को किसी हाल में नीतीश कुमार की पार्टी नहीं छोड़ना चाहती है. ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव, मंत्री जमा खान समेत कई नेता यह बात बोल चुके हैं कि जो 16 सीट हमारी है वो तो है ही, इसमें कहां कोई शक है. बाकी बची हुई सीटों में आरजेडी और अन्य दल बांट लें.