रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर विवादित वर्णन देने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) का राम मंदिर को लेकर सुर बदल गए हैं. 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा पर उन्होंने मंगलवार को बोला कि जब राम का बुलावा आएगा तो जरूर जाएंगे. लालू-नीतीश को निमंत्रण नहीं मिलने के प्रश्न पर शिक्षा मंत्री ने बोला कि जिन्होंने निमंत्रण नहीं दिया यह प्रश्न उनसे पूछिए. इसके अलावा आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर सिंह के विवादित बयान पर उन्होंने बोला कि इस पर पार्टी के प्रवक्ता मनोज झा स्टैंड रख चुके हैं.वहीं, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार को फोन पर गाली देने के मामले पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बोला कि अब तो वही बताएंगे कि किसको गाली दे रहे हैं.
जहां तक उनकी बदतमीजी का प्रश्न है तो बिहार की जनता और देश की जनता इसका निर्णय करेगी.
बीजेपी पर आक्रमण बोलते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि दो करोड़ नौकरी देने वालों से कोई प्रश्न नहीं करेगा. अभी करोड़ों लोगों की नौकरी ले ली. सभी सरकारी उपक्रम को निजीकरण कर दिया गया है. वहीं, गेस्ट शिक्षक के प्रश्न पर उन्होंने बोला कि गेस्ट शिक्षक का नियुक्ति खत देख लीजिए. नियमित बहाली तक उनकी सेवा बरकरार रहेगी. बता दें कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस पर बयान देकर काफी जिक्र में थे. उन्होंने हिंदू ग्रंथों पर बोला था कि यह भेदभाव करता है. इसको लेकर खूब जमकर राजनीतिक बयानबाजी भी हुई थी. वहीं, 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है. इसको लेकर खूब सियासत हो रही है.