अनूप नारायण सिंह
मिथिला हिन्दी न्यूज :-यह एक ऐसा नशा है जो शराब अफीम चरस गांजे से भी ज्यादा खतरनाक है और जिसकी चपेट में हर वर्ग आ गया है हर उम्र के लोग आ गए है। स्मार्टफोन ने हमारी रोजमर्रा की अधिकतर आवश्यकताओं को पूरा कर हमें वाकई स्मार्ट बना दिया। अगर अलादीन के तिलस्मी चिराग का आधुनिक काल में कोई मूर्त रूप हो सकता है तो वह पांच-साढ़े पांच इंच का स्मार्टफोन ही है। लेकिन, हमें मयस्सर हुई तमाम सुविधाओं के बावजूद क्या स्मार्टफोन आम आदमी के लिए आधुनिक विज्ञान की नेमत सिद्ध हुआ है या तकनीक के दुरुपयोग का यह एक और कहर है? लाइक और कमेंट के नशे में इस तरह से लोगों को अपने गिरफ्त में ले लिया है कि इस मीठे जहर को हर कोई पीना चाहता है इसकी लत इतनी खराब है कि से बाहर निकलना नामुमकिन है। सचेत हो जाइए वरना एक ऐसे ला इलाज बीमारी की तरफ बढ़ रहे हैं जो आपको मानसिक रूप से पूरी तरह से दिवालिया कर देगी।