मिथिला हिन्दी न्यूज :- राम मंदिर बनाने को लेकर लोगों में बेहद उत्साह था कार सेवा के लिए लोगों को अयोध्या बुलाया गया था उत्तर प्रदेश की तत्कालीन सरकार कार सेवकों को किसी भी कीमत पर अयोध्या नहीं पहुंचने देना चाहती थी छपरा जिले से सैकड़ो के तादाद में लोगों के समूह के साथ वर्तमान में तरैया से भाजपा विधायक जनक सिंह भी पहुंचे थे जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और कानपुर सेंट्रल जेल में डाल दिया गया जेल से रिहा होने के बाद जनक सिंह अपने इलाके में राम मंदिर को लेकर जन आंदोलन किया हुआ बने उसके बाद जब लाल कृष्ण आडवाणी मंदिर निर्माण को लेकर रथ यात्रा पर निकले और बिहार में तत्कालीन लालू प्रसाद यादव की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार किया तो उसी क्रम में छपरा में बड़ा जन आंदोलन हो गया और उसे आंदोलन में भी जनक सिंह गिरफ्तार कर लिए गए और छपरा जेल में बंद रहे। जब कार सेवकों ने बाबरी मस्जिद का गुंबद ढाबा उसे समय उसे गिरे बड़े पत्थर के नीचे अपने साथियों के साथ जनक बाबू भी दब गए थे फिर उन्हें स्वयंसेवकों के द्वारा निकाला गया। उनके ही इलाके के विश्व हिंदू परिषद से जुड़े शिलाजीत सिंह भी उनके साथ थे और कई संघर्षील साथी राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर जब जनक सिंह से बीते दिनों के यादों पर चर्चा की गई तो वह भावुक हो गए उन्होंने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि हम अपनी आंखों से प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में हजारों लोगों को प्राणों आहुति देनी पड़ी। पर जितनी बार राम मंदिर आंदोलन को बलपूर्वक दबाने की कोशिश की गई जनमानस के अंदर की अंतरात्मा उतनी ही मजबूत हुई और आंदोलन उतना ही प्रखर होता चला गया।