तेज प्रताप यादव ने लिखा, "राम तो सबके मन में हैं.
अंधभक्त राम को लाने से पहले अपने भीतर के रावण को बाहर निकालें क्योंकि राम के लोग कभी भेदभाव नहीं करते. सबसे पहले महिलाओं के विरुद्ध अत्याचार बंद होना चाहिए और गरीबी और भूख जैसे रावण को कैसे समाप्त करे इस पर विचार होना चाहिए. राम को लाना है तो अपने बुरे विचारों को बाहर निकालिए और देश को प्रेम सद्भाव और खुशहाली के रास्ते पर लेके चलिए."
राम मंदिर को लेकर तेज प्रताप यादव का यह कोई पहला बयान नहीं है. उनके सपने में भगवान श्रीराम आ चुके हैं. ऐसा दावा तेज प्रताप यादव ने एक प्रोग्राम में बयान देते हुए बोला था. तेज प्रताप यादव ने कुछ दिनों पहले एक प्रोग्राम को संबोधित करते हुए बोला था कि उनके सपने में भगवान श्रीराम आए थे. उन्होंने बोला था कि वह 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आ रहे हैं. भगवान राम ने बोला कि ई सब ढोंग कर रहा है, हम उस दिन अइबे नहीं करेंगे.बता दें कि तेज प्रताप यादव अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. भगवान राम से पहले उनके सपने में शिरडी के साईं बाबा भी आ चुके हैं. कुछ महीने खुद तेज प्रताप यादव ने यह बात बोली थी. इतना ही नहीं बल्कि उनके सपने में मुलायम सिंह यादव भी आ चुके हैं.