उनके बयानों से माहौल गरमाया हुआ था.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक छुट्टी पर से लौट आए गए हैं. बिहार में उन्हें सीएम नीतीश का बेहद करीबी अधिकारी माना जाता है. एक तरह से देखा जाए तो शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर पर केके पाठक भारी पड़ गए हैं. अपने निर्णय के कारण से केके पाठक बिहार में सुर्खियों में रहते हैं.इस घटनाक्रम ने बिहार में एक और संदेश दे दिया है. वो ये है कि नीतीश कुमार ही असली 'बॉस' हैं और सरकार में उन्हीं की चलेगी. शुक्रवार (19 जनवरी) को आरजेडी चीफ लालू यादव और उनके बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीएम आवास पर जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. अगले दिन यानी 20 जनवरी को आरजेडी कोटे के मंत्रियों के विभाग को बदल दिया गया.
हाल ही में जेडीयू के विधायक संजीव कुमार ने ये तक बोल दिया था कि जनता उनकी (शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर) जुबान पर लगाम लगा देगी और जूते का माला पहनाएगी. संजीव कुमार परबत्ता से जेडीयू विधायक के हैं. जेडीयू विधायक का वर्णन चंद्रशेखऱ के भगवान राम पर की गई टिप्पणी के बाद आया था.