खत में लिखा गया है,
"मैं डॉ. सुनील कुमार सिंह व्यक्तिगत कारण से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ प्रदेश प्रवक्ता के पद से त्यागपत्र देता हूं. पार्टी के सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री बिहार, नीतीश कुमार, बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह, पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के मार्गदर्शन में काम करने का और बहुत कुछ सीखने का मौका मिला.""कोविड 19 जैसे विषम काल के समय चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी के बैनर तले समाज सेवा करने का अवसर मिला. टीकाकरण शिविर, जागरूकता अभियान, निःशुल्क टेली कंसल्टेशन, वेबिनार, जागरूकता रथ सहित अनेकों कार्य किया जिससे राज्य की जनता को लाभ मिला. पार्टी के बैनर तले इस पुनीत कार्य को हम कभी भूल नहीं सकते. पार्टी के सभी प्रवक्ता, नेता और कार्यकर्ता का प्यार और साथ देने के लिए शुक्रिया. पार्टी के विभिन्न पदों पर रह कर कार्य किया, मेरे लिए सुखद अनुभव रहा."सुनील कुमार के त्यागपत्र देने के बाद अब इसकी जिक्र प्रारंभ हो गई है कि वह बीजेपी में सम्मिलित हो सकते हैं. हालांकि बीजेपी में सम्मिलित होने को लेकर अभी सुनील कुमार सिंह ने कोई बयान नहीं दिया है. उनके त्यागपत्र से पहले भी जेडीयू से कई लोगों ने त्यागपत्र दे चुका है. निरंतर बीजेपी और एनडीए से जुड़े नेताओं की तरफ से बोला जा रहा है कि जेडीयू में भगदड़ मचने वाली है.