बिहार में शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) पिछले कुछ वक्त से काफी सुर्खियों में रह रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) पहले छुट्टी पर चले गए थे. इस छुट्टी को लेकर कई प्रकार के कयास लगाए जा रहे थे. इसके बाद शनिवार को शिक्षा विभाग के मंत्री डॉ. चंद्रशेखर (Dr. Chandrashekhar) को दूसरे विभाग का मंत्री बना दिया जाता है. वहीं, विभाग में केके पाठक की वापसी पर 'हम' पार्टी के संयोजक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने रविवार को एक्स खुशी जताई है. उन्होंने लिखा कि 'वैसे लालू यादव जी का कुनबा नहीं चाहता था कि यह तबका पढ़े'जीतन राम मांझी ने एक्स पर लिखा कि 'केके पाठक जी की वापसी बिहार के गरीबों, वंचितों खास कर दलितों के शिक्षा के लिए शुभ संकेत है. वैसे लालू यादव जी का कुनबा नहीं चाहता था कि यह तबका पढ़े.
परिवर्तन के लिए धन्यवाद नीतीश जी.
अच्छे काम की प्रशंसा होनी चाहिए. पाठक जी जैसे पदाधिकारी यदि मुख्य सचिव बन जाएं तो राज्य का भला हो जाएगा'.बता दें कि केके पाठक शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक के बाद एक नए निर्णय ले रहे थे. बीपीएससी शिक्षकों की नियुक्ति का मामला हो या स्कूल में पठन-पाठन की व्यवस्था हो. निर्णय को लेकर काफी ज्यादा चर्चा में रहते थे. वहीं, बोला जाता है कि केके पाठक और शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर में नहीं बनती थी. इससे कई बार तनाव की स्थिति भी हो जाती थी. दोनों लोगों के बीच विवाद को लेकर साथ मुख्यमंत्री भी बैठक कर चुके हैं. पिछले दिनों केके पाठक छुट्टी पर चले गए थे. इस बीच उनके वापसी के बाद शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर को दूसरे विभाग का मंत्री बना दिया जाता है.