काशीराम जी ने दलितों को ऊपर उठाया था भले मायावती ने डुबाया है.
आगे आरजेडी प्रमुख ने बोला कि मंडल कमीशन को हम लोगों ने लागू करवाया. वीपी सिंह हमें मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते थे. तीन ऑब्जर्वर आये थे. देवी लाल ने हमारा साथ दिया था. लालू ने बोला कि गरीबों को जोड़िए. उन्हें गले लगाइए दुख सुख में साथ दीजिए. ठाकुर जी से कभी चौधरी चरण सिंह चुनाव नहीं जीत पाए थे, वो बोलते थे कर्पूरी ठाकुर से मिलना होगा. वहीं, कर्पूरी ठाकुर को यादकर उन्होंने बोला कि कर्पूरी जी मकई की रोटी और सरसो का साग प्रेम से खाते थे. मेरे घर आते थे पत्नी को सत्तू पिलाने को बोलते थे.अब्दुल बारी सिद्दकी कलर्क की तरह थे कोई हजाम जाति के लोग नौकरी के लिए आते थे तो वो बहुत अप्रसन्न होते थे और उन्हें पैसा देकर सैलून खोलने को बोलते थे, नेता विरोधी दल की जब बात आई तो कर्पूरी जी बोलते थे कि लालू जी हम कुछ आपको बनाएंगे. उनके नहीं रहने पर मुझे नेता विरोधी दल बनाया गया.