बिहार में महागठबंधन की सरकार रहेगी या नहीं, इसको लेकर अभी कुछ भी साफ नहीं हुआ लेकिन कई प्रकार की चर्चाओं ने जन्म ले लिया है. जैसे कि अगर जेडीयू, बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाते हैं तो ऐसे में सीएम कौन होगा?
क्या इस बार सीएम बीजेपी की ओर से होगा और अगर बीजेपी का हुआ तो किस नेता पर दांव खेला जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, अगर बीजेपी की सरकार आई तो वह अति पिछड़ा वर्ग के नेता को सीएम बनाकर नया प्रयोग कर सकती है. इसमें रेणु देवी फ्रंट रनर हैं. वह अति पिछड़ा नोनिया समाज से आती हैं. वह बिहार की डिप्टी सीएम भी रह चुकी हैं.
सूत्रों के मुताबिक, बिहार में सीएम पद को लेकर पेंच फंसा हुआ है. नीतीश कुमार सीएम पद नहीं छोड़ना चाहते हैं और बीजेपी चाहती है कि अगर सरकार बनती है तो सीएम की कुर्सी उसके कोटे में आए. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी सीएम के बदले जेडीयू को दो डिप्टी सीएम पद देने पर भी राजी हो गई है. इस बीच सूत्रों ने ये भी बताया कि अगले एक दो दिन में बिहार के सीएम नीतीश कुमार अंतिम फैसला ले सकते हैं. शुक्रवार को गणतंत्र दिवस है, ऐसे में इसके बाद बिहार में कोई बड़ा सियासी फेरबदल देखने को मिल सकता है.
हाल के दिनों में नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर जिस तरह से हमला किया, बिहार में सियासी उबाल आ गया. इसके बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने बिना नाम लिए नीतीश कुमार पर ही सीधा हमला बोल दिया. एक के बाद एक कुल तीन सोशल मीडियो पोस्ट उन्होंने किए. हांलाकि, दो घंटे के भीतर ही उन्होंने अपना पोस्ट हटा दिया. इस पर जेडीयू के सीनियर नेता केसी त्यागी ने दो टूक में कहा कि बड़ों के बीच में बच्चों को नहीं बोलना चाहिए.