दरअसल, महागठबंधन के बीच बिहार की 40 लोकसभा सीटों को लेकर मामला फिट नहीं बैठ रहा है. जेडीयू ने पहले ही बोल दिया है कि वह अपनी 16 सीटिंग सीट नहीं छोड़ेगी. वहीं आरजेडी ने जेडीयू की कई जीती हुई सीटों पर दावा किया है. ऐसे में दोनों के बीच बातें बनती नहीं दिख रही हैं.
अब लालू और तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार से मिलने मुख्यमंत्री आवास आए हैं.
देखने वाली बात होगी कि क्या कुछ निकलकर सामने आता है.बता दें कि नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की मुलाकात किस मुद्दे को लेकर हो रही है यह अभी साफ नहीं हो सका है लेकिन यह लगभग तय है कि सीटों के बंटवारे को लेकर जो पेंच है उसको सुलझाने का अंदर ही अंदर पूरा प्रयत्न किया जा रहा है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने खुद पत्रकारों से हाल ही में सीट शेयरिंग से जुड़े प्रश्न पर यह बयान दिया था कि इतनी जल्दी बंटावारा नहीं होता है.
हालांकि लालू से पहले तेजस्वी यादव ने यह बयान दिया था कि सीटों के बंटवारे की बात मीडिया के साथ क्यों शेयर की जाएगी. हो सकता है ये हो गया हो. बता दें कि इसी प्रकार का बयान पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र ने भी दिया था. भाई वीरेंद्र ने बोला था कि हर दल के लोग अपने-अपने अनुसार सीट मांगते हैं. मांगने से नहीं मिलता है, जिसकी जितनी जमीनी हकीकत होती है वो मान जाते हैं वक्त पर. शीर्ष नेतृत्व तय कर चुके हैं. गुप्त रूप से रखा गया है.