जनता आज कितना असहाय महसूस कर रही है और नीतीश कुमार खुद को चतुर समझ रहे हैं.
ये आदमी चतुर नहीं निहायत धूर्त है. बिहार की 13 करोड़ की जनता को मूर्ख बनाकर ठग रहा है. आने वाले अगले चुनाव में बिहार की जनता सुध समेत इसका हिसाब करेगी.आगे प्रशांत किशोर ने बोला, "दावे के साथ कैमरे पर बोल रहा हूं कि अगर किसी एक नेता के विरुद्ध जनता में सबसे ज्यादा गुस्सा है, तो वे है नीतीश कुमार. आप किसी भी वर्ग से बात कीजिए, किसी सामान्य नेता से बात कीजिए, पब्लिक से बात कीजिए, नीतीश कुमार के अपने सपोटर, वोटर और पार्टी के नेताओं से बात कीजिए हर आदमी आज नीतीश कुमार के विरुद्ध अपशब्द और गलत बात बोल रहा है."
पीके ने बोला, "ऐसा मत समझिए कि बिहार की जनता समझती नहीं है. यही नीतीश कुमार हैं जिन्हें 2010 में इनके नाम और मुखौटे पर बिहार की जनता ने 206 विधायकों को जिताया था और आज यही नीतीश कुमार हैं, जिनके 42 विधायक जीते हुए हैं और एमपी के चुनाव में हारने के डर से बीजेपी की शरण में गए हैं. अगर, मोदी और बीजेपी का साथ नहीं रहा तो खाता भी नहीं खुलेगा."