तालमेल के लिए जरूरी है आपकी सोच में,
आपकी विचारधारा और आपके प्रोग्राम में एकरूपता हो, समझदारी हो, लेकिन वो होगा कैसे, अलग-अलग एजेंडा, अलग-अलग सोच. किसी को अपना वंश चलना है तो किसी को अपना परिवार आगे बढ़ना है. भ्रष्टाचार में लिप्त है उसको बचाना है. तो कैसे लोग एक जगह आ सकते है. आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के संयोजक बनने से मना करने पर आगे बोला कि संयोजक का कार्य जितनी भी दल है उनके बीच में सामंजस्य स्थापित करना कार्य है इस हिसाब से नीतीश कुमार की ऐसी स्थिति नहीं है कि लोगों के बीच सामंजस्य स्थापित कर सके. उनकों जब माइक दिया जाए तो वो कुछ भी कह सकते है, ये उनकों भी पता नहीं है कि क्या बोल दें. शारीरिक रूप से सक्षम और मानसिक रूप से अलर्ट नहीं है तो कैसे किसी पद का निर्वहन कर सकते है.आपको बता दें कि शनिवार को I.N.D.I.A गठबंधन की वर्चुअल बैठक हुई थी. जिसमें नीतीश कुमार ने I.N.D.I.A गठबंधन का संयोजक बनने से मना कर दिया. उनकी ओर से साफ तौर पर बोला गया कि किसी पद में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है.