सीट शेयरिंग का मामला अभी तक फंसा हुआ है.
बदकिस्मती है कि जिस पार्टी की लीडरशिप में आगे बढ़ना चाह रहे थे उस पार्टी की रफ्तार वह नहीं जो हमलोग चाह रहे. कांग्रेस में पार्टी का सिस्टम ज्यादा है. उसमें कई ग्रुप हैं. जिस उदार दिल से कार्य होना चाहिए था वह नहीं हुआ.खालिद अनवर ने आगे बोला कि हम देश में सत्ता परिवर्तन की बात कर रहे हैं और कांग्रेस सीटें गिनने में लगी है. 17 सीट तो हमारी है ही. यह हमें मिलनी ही चाहिए. बाकी सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस को जल्द बात करनी चाहिए. नीतीश कुमार ने कांग्रेस को मजबूत करने के लिए विपक्षी एकत्व नहीं की थी. देश के 130 करोड़ लोगों के लिए किया है. हम अपने उसूलों से समझौता नहीं कर सकते. बाकी पार्टियों को तय करना है. उन्हें हमारे साथ रहना है या नहीं.बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इससे पहले यह बात बोल चुके हैं कि कांग्रेस का ध्यान लोकसभा चुनाव पर नहीं है. सीएम ने यह बयान तब दिया था जब कुछ महीने पहले ही 5 राज्यों में विधानसभा का चुनाव हुआ था. अब एक बार फिर नीतीश कुमार की पार्टी के नेता ने कुछ वैसा ही वर्णन दिया है.