देश में राम मंदिर (Ram Mandir) के मुद्दे पर राजनीति जारी है. एक ओर विपक्ष के नेताओं की तरफ से बोला जा रहा है कि बीजेपी सियासत कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ से इस पर सफाई देते हुए भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के नेता ताना भी कस रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. वह गुरुवार (18 जनवरी) को पत्रकारों से बात कर रहे थे.इस प्रश्न पर कि सोनिया गांधी और लालू यादव ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से मना किया है. इस पर इन्होंने बोला, "देखिए उनकी पार्टी का स्टैंड है, उसमें हमलोग क्या बोलेंगे, सोनिया गांधी का तो हम नहीं जानते लेकिन लालू यादव को आपने एक-दो महीना पहले देखा होगा पूरा परिवार उन्होंने बिहार और बिहार के बाहर जितने मंदिर हैं सब में जाकर माथा टेका था क्योंकि उनको भगवान पर आस्था और विश्वास है, लेकिन राम पर किनका विश्वास है?"आरसीपी सिंह ने बोला कि हम लालू यादव के सलाहकार तो नहीं हैं कि उनको जाने की सलाह देंगे.
एक तरफ विश्व के लोग राम राज की बात कर रहे हैं,
राम राज का मतलब है कि समाज में कहीं भी भेद नहीं होना चाहिए इसलिए राम राज जाना जाता है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में शिलान्यास किया था. अभी प्रधानमंत्री भी हैं और उनके सामने इसका उद्घाटन होगा तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है, इसलिए सबको स्वागत करना चाहिए.
दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बीजेपी नेता आरसीपी सिंह एक प्रोग्राम में सम्मिलित होने के लिए राजगीर विधानसभा आए थे. इस क्रम में आरसीपी सिंह का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. आरसीपी सिंह निरंतर जिले के विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं. बीजेपी को बूथ स्तर पर मजबूत करने में जुटे हैं.