जब एक बार पलट कर अपना चरित्र समाज में दिखा दिया है
तो दूसरी बार, तीसरी बार और चौथी बार में क्या दिक्कत है. हम समझते हैं कि वह अगर आते हैं यहां गठबंधन में तो भारतीय जनता पार्टी बड़ी पार्टी है और वह अगर उनको लेने की बात करती है तो हम लोग उसमें कोई ऑब्जेक्शन नहीं करेंगे.आगे अपने बयान में जीतन राम मांझी ने बोला नीतीश कुमार ने बोला था कि वो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे. ऐसा आश्वासन उन्होंने दिया था, लेकिन हम यह जानते थे कि नीतीश कुमार जीतन राम मांझी को नहीं रख सके तो वह किसी को अब मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे, जितना दिन तक निभा लें. आज राष्ट्रीय जनता दल के दबाव से नीतीश कुमार विचलित हैं और वह जगह खोज रहे हैं कि कैसे हम निकलें.
जीतन राम मांझी ने बोला कि यह नीतीश कुमार भी चाहते थे और उनको सब्जबाग दिखाया गया था कि वह प्रधानमंत्री के फेस होंगे, लेकिन पटना में ही लालू यादव ने राहुल गांधी से जब शादी करने और बारात जाने की बात बोल दी थी तो उसी दिन मुख्यमंत्री को समझना चाहिए था. नीतीश कुमार ने समझने में देर कर दी है.