वहीं, आरजेडी नेता फतेह बहादुर सिंह ने फिर से विवादित वर्णन दिया है. उन्होंने बोला कि मैं अपने बयान पर अटल हूं. मै अपने बहुजन भाइयों को इंसाफ दिलाना चाहता हूं.
हमको मनुस्मृति और रामचरितमानस में भी शूद्र बोला जाता है हम हिंदू नहीं है हम शूद्र हैं.
जो राम मंदिर बन रहा है गलत है उसकी बदले वहां पर यूनिवर्सिटी और फैक्ट्री बनानी चाहिए जिससे लोगों को रोजगार मिले. मै अपने बहुजन भाइयों के हाथ में कलम देना चाहता हूं न कि धर्म का झंडा देना चाहता हूं.फतेह बहादुर सिंह ने बोला कि जो लोग बोलते हैं की राम मूर्ति में प्राण हैं उनको ऐसी मूर्तियों को चिन्हित करना चाहिए और जो हमारे जवान सरहदों पर शहीद होते हैं उनको वहां भेजना चाहिए और हमारे शहीदों को वापस प्राण देना चाहिए. मै राम को भगवान नहीं मानता हूं और सुप्रीम कोर्ट भी राम को भगवान नहीं मानता है.