तस्वीरों में दिख रहा है कि राबड़ी देवी अपनी बेटियों के साथ कुछ-कुछ कार्य कर रही हैं
तो लालू प्रसाद यादव चौकी पर बैठकर अपने बच्चों को गोद में लिए हुए हैं. एक पिक्चर वर्तमान स्थिति की भी लगाई गई है जिसमें तेजस्वी यादव केक काट रहे हैं. साथ में एक आलीशान भवन की पिक्चर लगाई गई है. पोस्टर के बीच में लिखा गया है "फर्श से अर्श तक". इस पिक्चर में सबसे ऊपर लिखा गया है, "चिंता बिहार का नहीं परिवार का, डूबता बिहार उड़ता परिवार."हालांकि पोस्टर किस पार्टी ने लगाया है इसकी चर्चा नहीं की गई है. इस पोस्टर के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि लालू प्रसाद यादव ने शुरू से अपने परिवार को आगे बढ़ाने का कार्य किया है. यही कारण है कि लालू पर परिवारवाद को लेकर आक्रमण किए जाते हैं. बीते 24 जनवरी को नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर बोला था कि कर्पूरी ठाकुर ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. उन्हीं के आदर्शों पर वह चल रहे हैं. उन्होंने भी अपने परिवार को नहीं बढ़ाया है, लेकिन कुछ लोग तो परिवार को ही बढ़ाने में लगे रहते हैं.बता दें कि नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बिहार में सियासी भूचाल भी आया था और लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार का नाम लिए बिना एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट करके आक्रमण भी किया था. हालांकि कुछ घंटे बाद रोहिणी आचार्य ने उस पोस्ट को डिलीट भी कर दिया था.