संवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 वर्ष के कार्यकाल में आज की रात 43वीं बार अपने संसदीय क्षेत्र काशी आएंगे। इस बार कामकाज का हिसाब भी देंगे। प्रशासन के मुताबिक, पीएम अब तक 31 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात दे चुके हैं। आस्था के साथ ही स्वास्थ्य, परिवहन और शिक्षा को बेहतर बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया गया है। स्मार्ट सिटी परियोजना का काम तेजी से हो रहा है।
पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को काशी आएंगे। शुक्रवार को जनसभा करेंगे। साथ ही विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास करेंगे। यह पहला मौका होगा, जब पीएम काशी के विकास पर बन रही काफी टेबल बुक का लोकार्पण करेंगे। इसके जरिये काशी की जनता को अपनी उपलब्धियां बताएंगे।
पीएम मोदी के कार्यकाल का सबसे बड़ा काम काशी विश्वनाथ कॉरिडोर है। इस पर करीब 900 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसका फायदा शहरवासियों को मिलने लगा है। दो वर्षों में ही 13 करोड़ से ज्यादा पर्यटक काशी विश्वनाथ के दर्शन करने आए हैं। इससे काशी का अर्थशास्त्र बदल गया है। होटल, रेस्टोरेंट के साथ ही ट्रेवल उद्योग बूम कर रहा है।
बीएचयू के सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक, ईएसआई अस्पताल और कैंसर अस्पताल का शिलान्यास, लोकार्पण भी पीएम मोदी ने किया था। वाराणसी और कैंट रेलवे स्टेशन का कायाकल्प हुआ है। रिंग रोड की सौगात मिली है। शहर की आंतरिक और बाहरी क्षेत्र की सड़कें फोरलेन या फिर सिक्सलेन हो गई हैं। ओवर ब्रिज बने हैं। काशी को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। अब दुनिया का तीसरा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का रोपवे भी बन रहा है। इसका निर्माण 2025 में पूरा होगा, लेकिन पीएम मोदी रोपवे के कोच जनता को समर्पित करेंगे। अमूल डेयरी प्लांट का लोकार्पण होगा। इस डेयरी से पूर्वांचल के किसानों की किस्मत बदल सकती है।
जब भी आए, तब विकास की सौगात दी
पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी में हर दूसरे या फिर तीसरे महीने आते हैं। जब भी काशी आते हैं, तब विकास परियोजनाओं की सौगात देते हैं। इस बार 14 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इनमें से ज्यादातर परियोजनाएं काशी से जुड़ी हैं। कुछ परियोजनाएं सुल्तानपुर, लखनऊ सहित दूसरे जिलों की हैं। पीएम मोदी अब 42 बार काशी आ चुके हैं। इस दौरान यूपी के अलग-अलग जिलों के लिए एक लाख करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया है। इसमें 31 हजार करोड़ की परियोजनाएं अकेले काशी की हैं।