फरवरी में माघ और फाल्गुन के मिलन के साथ ही 15 त्योहार भी उल्लास जगाएंगे। 53 योग के साथ ही दो एकादशी, दो प्रदोष, एक शिवरात्रि, एक पूर्णिमा के साथ ही मौनी अमावस्या का स्नान भी इसी खास महीने में होगा। हिंदू कैलेंडर के अंतिम महीने फाल्गुन की शुरुआत भी फरवरी के अंतिम सप्ताह में हो जाएगी।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पं. दीपक मालवीय ने बताया कि फरवरी माघ और फाल्गुन का महीना कहा जाता है। वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के साथ ही सूर्यदेव की उपासना का पर्व रथ सप्तमी भी इसी महीने मनेगी। फरवरी का सबसे बड़ा पर्व मौनी अमावस्या है। मौनी अमावस्या पर स्नान से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या पर तिल का दान और पितरों के तर्पण का विधान है।
श्री काशी विद्वत कर्मकांड परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी ने बताया कि फरवरी में 53 योग का संयोग बन रहा है। 22 फरवरी को पुष्य नक्षत्र में सर्वाधिक पांच सौभाग्य, गुरु पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि, रवि, अमृत सिद्धि योग निर्मित हो रहे हैं। इसके अलावा 17 फरवरी को कृतिका नक्षत्र में इंद्र, सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग और अमृत सिद्धि बन रहा है।
19 फरवरी को मृगशिरा नक्षत्र में विष्कंभ, सर्वार्थ सिद्धि, रवि, अमृत सिद्धि योग बनेगा। माघ गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी से शुरू हो रही है। माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह 08:45 बजे से सुबह 10:10 बजे तक है। कलश स्थापना का अभिजित मुहूर्त 12:13 बजे से 12:58 बजे तक है।
*ये बन रहे योग*
धृति, रवि योग, शूल, वृद्धि, ध्रुव, सर्वार्थ सिद्धि, हर्षण, व्याघात, वज्र, सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि, व्यतीपात, वरीयान, परिघ, शिव, त्रिपुष्कर योग, रवि योग, सिद्धि योग, साध्य, इंद्र, अमृत सिद्धि, वैधृति, विष्कंभ, प्रीति, आयुष्मान,सौभाग्य, गुरु पुष्य योग, शोभन, अतिखंड, सुकर्मा योग का निर्माण हो रहा है।
*व्रत त्योहार*
6 फरवरी-षटतिला एकादशी
7 फरवरी-प्रदोष व्रत
8 फरवरी-माघ शिवरात्रि
9 फरवरी-माघ अमावस्या, मौनी अमावस्या
10 फरवरी-माघ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ, कलश स्थापना, माघ शुक्ल पक्ष शुभारंभ
13 फरवरी-माघ विनायक चतुर्थी, कुंभ संक्रांति
14 फरवरी-वसंत पंचमी, सरस्वती पूजा
16 फरवरी- रथ सप्तमी
17 फरवरी- गुप्त नवरात्रि दुर्गाष्टमी
18 फरवरी- माघ गुप्त नवरात्रि का पारण
20 फरवरी- जया एकादशी
21 फरवरी- प्रदोष व्रत
24 फरवरी- माघ पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा का स्नान-दान
25 फरवरी- फाल्गुन माह प्रारंभ
28 फरवरी- द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी या फाल्गुन संकष्टी चतुर्थी