यह सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है.
प्रदूषण विभाग के अनुसार अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से 400 के बीच है तो बुजुर्ग या किसी तरह के बीमार लोगों को परेशानी हो सकती है. वहीं 200 से 300 के बीच है तो सांस और दमा वाले मरीजों को सावधान रहने की आवश्यकता है. यह उनके लिए घातक हो सकता है.प्रदूषण विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक छपरा जिले में जहरीली हवा का प्रकोप देखा जा रहा है. आज 2 फरवरी को सुबह 10:00 बजे की रिपोर्ट के अनुसार छपरा में 359 एक्यूआई रहा. बिहारशरीफ में 348, राजगीर में 381 और चौथे नंबर पर राजधानी पटना रहा जहां का एक्यूआई 322 रिकॉर्ड किया गया है.इसके अलावा समस्तीपुर में 321 और अररिया में एक्यूआई लेवल 320 मापा गया है. 200 से 300 के बीच 12 जिलों में हवा खराब है. इनमें सबसे अधिक हाजीपुर में 294, आरा में 280, सहरसा में 277, किशनगंज में 270, सीवान में 269, पूर्णिया में 264, मुजफ्फरपुर में 257, मुंगेर में 253, मोतिहारी में 250, गया में 233, भागलपुर में 224 और कटिहार में एक्यूआई लेवल 205 मापा गया है.