बताया जाता है कि घायल व्यक्ति जैसे ही कोर्ट से बाहर निकला तो घात लगाए बदमाशों ने गोली मार दी. मौके पर एसपी प्रमोद कुमार खुद पहुंचे.
मामले की जांच कर रहे हैं.
इस पूरे मामले में वृद्ध गोपाल चौधरी के बेटे ने बोला कि कोर्ट में तारीख थी. उसी पर हम लोग आए थे. हम लोग पांच-छह आदमी थे. एक मर्डर केस में हम लोगों का नाम दे दिया गया है. उसी के सिलसिले में तारीख थी जिस पर हमलोग आए थे. निकलने के क्रम में कोर्ट के बाहर गेट पर ही गोली मार दी गई.
बता दें कि आरा कोर्ट परिसर की सुरक्षा बीएमपी करती है. कोर्ट के जिस गेट के सामने घटना को अंजाम दिया गया वहां भी बीएमपी के जवान हथियार के साथ सुरक्षा में तैनात रहते हैं. दिनदहाड़े इस तरह कोर्ट के सामने हुई घटना के बाद तहलका मच गया है. इस घटना को लेकर एसपी ने बोला कि जख्मी व्यक्ति अभी खतरे से बाहर है. गोली बाहर निकल गई है. सत्यापन में पता चला है कि यह मामला बूटन चौधरी और रंजीत चौधरी के आपसी विवाद का है. 2016 में रंजीत चौधरी के भाई की कत्ल बूटन चौधरी और उनके लोगों ने की थी. गोपाल चौधरी उस कांड में अभियुक्त है. लगभग सत्यापित हो गया है. गिरफ्तारी के लिए टीम छापामारी कर रही है. फिलहाल घटनास्थल पर स्थित नियंत्रण में है. प्राथमिक स्तर पर अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है.