लंबे समय से अटकलें चल रही थीं कि वह बसपा का साथ छोड़ सकते हैं। रविवार को इसकी पुष्टि हो गई है। बताया जा रहा है कि दोपहर 12 बजे तक वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। रितेश पांडेय ने मायावती को संबोधित पत्र लिखकर अपना इस्तीफा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि लंबे समय से न तो उन्हें पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा था और न ही उनसे किसी तरह का संवाद किया जा रहा था। इतना ही नहीं, पार्टी के पदाधिकारियों से मिलने के अनगिनत प्रयासों में भी उन्हें कामयाबी नहीं मिल रही थी।