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पटना: - 27 फरवरी में बिहार में राज्यसभा का चुनाव होने वाला है. ऐसे में इंडी गठबंधन की ओर से सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय हो चुका है, इसकी आधिकारिक घोषणा 12 फरवरी को होगी. एमएलए की संख्या के आधार पर राजद को दो सीट मिलना तय माना जा रहा है. तीसरी सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार को उतारने का निर्णय हुआ है. हालाकि एक सीट पर सीपीआई माले ने दावा ठोका है. माले अपनी पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य को राज्यसभा भेजना चाहती है. लेकिन राजद -कांग्रेस ने एमएलसी चुनाव में एक सीट देने की बात कही है. बता दें बिहार विधान परिषद की 11 सीटों पर भी आगामी दिनों में चुनाव होने वाले हैं.बिहार की 6 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में तीन सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत तय है. भाजपा के दो, जदयू के कोटे से एक सदस्य को राज्यसभा भेजा जाएगा.सूत्रों के अनुसार राजद अपनी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मौजूदा सांसद मनोज झा का राज्यसभा भेजेगी तो दूसरी सीट किसी मुस्लिम को दे सकती है. अभी कटिहार की अलकरीम युनिवर्सिटी के संस्थापक अहमद अश्फाक करीम सांसद हैं. राजनीतिक हलकों में ये भी चर्चा है कि इस सीट पर लालू परिवार से किसी सदस्य को भी राज्यसभा भेजा जा सकता है.वहीं, कांग्रेस से बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम चर्चा में है. अखिलेश अभी राज्यसभा सांसद हैं और उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है.
वहीं जदयू से संजय झा राज्यसभा का प्रत्याशी बनेंगे. संजय झा मुख्यमंत्री नीतीश कुमारकी मुख्य रणनीतिक टीम के अहम हिस्सा हैं. संजय झा दिल्ली में नीतीश के दूत के रूप में काम करेंगे.
बता दे बिहार में राज्यसभा के छह सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. जदयू और राजद के दो-दो, भाजपा के एक और कांग्रेस के एक सांसद काकार्यकाल खत्म हो रहा है. भाजपा के सुशील कुमार मोदी, जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और अनिल हेगड़े, राजद के मनोज झा और अशफाक करीम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह राज्यसभा से रिटायर होने वाले हैं.